
सोहनलाल द्विवेदी(22 फरवरी 1906 - 1 मार्च 1988) फतेहपुर, उत्तर प्रदेशहिम्मत करने वालों की कभी हार नही होती लहरों से डर कर नौका पार नही होती, नन्ही चीटी जब दाना ले कर चलती है चढती दीवारॉ पर सौ बार फिसलती है, मन का विश्वास रगों में साहस भरता है चढ कर गिरना गिरकर चढना न अखरता है, आखिर उसकी मेहनत बेकार नही होती, हिम्मत करने वालों की कभी हार नही होती. डुबकियां सिन्धु में गोताखोर लगाता है, जा जाकर खाली हाथ लौट आता है, मिलते न सहज मोती गहरे पानी में, बढता दुना उत्साह इसी हैरानी में, मुट्ठी उसकी खाली हर बार नही होती, हिम्मत करने वालों की कभी हार नही होती. असफलता एक चुनौती है,स्वीकार करो, क्या कमी रह गयी देखो और सुधार करो, जब तक न सफल हो नीन्द चैन त्यागो तुम, संघर्ष का मैदान छोड़ मत भागो तुम, कुछ किये बिना ही जय जयकार नही होती, हिम्मत करने वालों की कभी हार नही होती.
1 comment:
its true..but tough to follow..but not impossible
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